ED Action:कोलकाता में मोबाइल गेमिंग एप के प्रमोटर्स पर ED की छापेमारी, अब तक 17 करोड़ कैश जब्त Read it later

ED Action On 6 Locations Of Promoters Of Mobile Gaming App Company: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को कोलकाता में मोबाइल गेमिंग ऐप कंपनी के प्रमोटरों के 6 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। जानकारी के अनुसार इस रेड में अब तक 17 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की जा चुकी है। बता दें कि ये रेड मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई थी। यहां 2000, 500 और 200 रुपए के नोटों के बंडल मिले।

प्रवर्तन निदेशालय  (ED Action) ने ये कार्रवाई कोलकाता की मोबाइल गेमिंग ऐप कंपनी ‘ई-नगेट्स’ और उसके प्रमोटर आमिर खान और अन्य के ठिकानों पर की गई। ईडी के मुताबिक फिलहाल नोटों की गिनती जारी है।

 

ED Action On 6 Locations Of Promoters Of Mobile Gaming App Company

 

नोट गिनने के लिए 5 के करीब मशीनें मंगवाई गईं। साथ ही बैंक स्टाफ को मौके पर बुलाया गया। इसके बाद नोट गिनने का सिलसिला शुरू हो गया।

#BreakingNews #WATCH
A huge amount of money is found in the city of Kolkata. ED raids transporter’s house in Gardenrich. 18 crore recovered in ED’s search operation. According to ED sources.#EnforcementDirectorate pic.twitter.com/ugo3k7IaIc

— AARITRA GHOSH (@ReporterAaritra) September 10, 2022

#EnforcementDirectorate will have abundance of work had they been given freedom to raid the premises of those close to the corridors of power…#BreakingNews #ED #WestBengal https://t.co/yiWzAOSWNp

— Subhash Pathak (@subhashpathak) September 10, 2022

Over 17 crores cash recovered & still more being recovered & counted😳

This is from ED raids on Kolkata businessman Nisar Ahmed in
money-laundering case linked to fraud Chinese-linked loan app E-Nuggets, designed for defrauding public #EnforcementDirectorate #corruption pic.twitter.com/CKnSwBmJ3o

— Manei🇮🇳 (Jai Shree Ram) (@shamani06) September 10, 2022

 

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फरवरी 2021 में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी

ईडी (ED Action) ने कहा कि फेडरल बैंक ने सबसे पहले कंपनी के खिलाफ कोलकाता की एक अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद फरवरी 2021 में कोलकाता पुलिस ने कंपनी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। शनिवार को ईडी ने छापामार कार्रवाई की।

ईडी की अलग-अलग टीमें कोलकाता के पार्क स्ट्रीट, मैकलियोड स्ट्रीट, गार्डन रीच और मोमिनपुर में सुबह से ही छापेमारी कर रही हैं. ये टीमें केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों के साथ तलाशी अभियान चला रही हैं। ईडी अधिकारियों ने पेशे से पिता-पुत्र वकील के आवास की भी तलाशी ली।

#Kolkata: As counting of notes seized by the #EnforcementDirectorate (@dir_ed) from the residence of city-based businessman #NasirKhan and his son #AmirKhan in connection with the mobile gaming app fraud continues on Saturday evening. pic.twitter.com/bPcYg77nVs

— IANS (@ians_india) September 10, 2022

 

केवल धोखाधड़ी के लिए लॉन्च किया गया ऐप – ED

ईडी (ED Action) का आरोप है कि आमिर खान ने लोगों को ठगने के लिए मोबाइल गेमिंग ऐप ई-नगेट्स लॉन्च किया था। शुरुआत में कंपनी यूजर्स को कमीशन देती थी। लोगों की जेब में आया पैसा भी आसानी से निकल गया। इससे लोगों का कंपनी पर भरोसा बढ़ा और लोगों ने उच्च कमीशन के लिए बड़ी रकम का निवेश करना शुरू कर दिया। जब कंपनी को लोगों से मोटी रकम मिली तो अचानक इस ऐप से पैसे निकालने पर रोक लगा दी गई।

इसके पीछे एकमात्र कारण यह था कि सरकारी एजेंसियों द्वारा सिस्टम अपग्रेडेशन और जांच के कारण निकासी को रोक दिया गया है। फिर प्रोफ़ाइल जानकारी सहित सभी डेटा को ऐप सर्वर से हटा दिया गया। इसके बाद यूजर्स को फ्रॉड समझ में आया।

#WATCH | Kolkata, West Bengal: Several cash counting machines being taken out of the residence of businessman Nisar Ahmed Khan after several hours of ED raids. pic.twitter.com/OhM94dpSmB

— ANI (@ANI) September 10, 2022

 

एजेंसी चीनी ऐप्स से जुड़े लिंक खंगाल रही

एजेंसी फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि क्या ऐप और उसके संचालकों का चीनी ऐप से कोई संबंध तो नहीं हैंॽ क्या वे लोगों को धोखा देकर कम दरों पर कर्ज देने का दावा करते हैं? इन ऋण संचालकों की धमकियों के बाद इन ऐप्स के चक्कर में फंसे कुछ यूजर्स ने बाद में अपनी जान भी दे दी। प्रमोटरों के राजनीतिक कनेक्शन की भी जांच की जा रही है।

 

रेड(ED Action) पर सियासत भी गरमाई

इस छापेमारी (ED Action) को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि टीएमसी का उस व्यवसायी से कोई लेना-देना नहीं है।

जिसकी छापेमारी की गई है, लेकिन केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों के उत्पीड़न के डर से निवेशकों को राज्य से दूर भगाने की कोशिश कर रही है। क्या ईडी केवल गैर भाजपा शासित राज्यों में छाया फेंकने के लिए है? नीरव मोदी और मेहुल चोकसी का क्या जो 7000 करोड़ लेकर देश छोड़कर भाग गए।

उधर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि छापेमारी धोखाधड़ी करने वाले कारोबारियों के खिलाफ है। उन्होंने पूछा कि क्या टीएमसी कुछ छिपा रही है।

उन्होंने कहा कि टीएमसी नेता ये बयान इसलिए दे रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं लोगों को टीएमसी और धोखेबाजों के बीच संबंधों के बारे में पता न चल जाए।

 

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